पुरुष और महिलाओं में कम उम्र में बाल झड़ने के लक्षण, कारण व इलाज

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Hair Loss

Reviewed By Dr. Kalpesh Kumar Maheshbhai Prajapati MBBS, DNB (Dermatology, Venereology, Leprosy)

'ऐ मेरेे बिछड़े बालों..फिर से उग आओ सालों' - बीते दिनों मशहूर फिल्म कलाकार अनुपम खेर ने मजाकिया अंदाज में ये गीत दुनियां भर के गंजों को समर्पित किया था। याद होगा, ये गीत सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ। चुहलबाजी के बीच आखिर सच क्या है..?

बालों का झड़ना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन टीनएज यानी किशोरावस्था, या युवावस्था में बाल साथ छोड़ने लगें तो फिर ये अस्वाभाविक होगा। कम उम्र में बालों का झड़ना निश्चित ही चिंता की बात है। अगर समय रहते समस्या का निदान न किया जाए तो सर को सपाट होने से नहीं रोका जा सकता है। समझदार वही है जो समय गवाएं बिना, वक्त की नजाकत समझे और इलाज के लिए सरपट दौड़ लगाए। जरूरत है पर्याप्त जानकारी और विशेषज्ञों से परामर्श की। आपको यहां ऐसी ही सटीक सलाह हासिल होगी -

कम उम्र में बाल झड़ने के कारण

कम उम्र में बाल झड़ने का प्रमुख कारण हार्मोनल बदलाव है। टीनएज में प्रवेश करते ही किशोर-किशोरियों के भीतर प्रजनन और थायरॉइड संबंधी हार्मोन्स आकार लेने लगते हैं। ये हार्मोन बालों के विकास के लिए भी उत्तरदायी हैं। इन हार्मोन्स में अगर किसी तरह का असंतुलन / गड़बड़ी हो जाए तो इसका सीधा असर बालों के झड़ने के रूप में सामने आता है।

युवतियां अगर कम उम्र में ही पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) की शिकार हो जाए तो भी बालों से संबंधित परेशानी उठानी पड़ती है।

हार्मोनल समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए ली जाने वाली दवाओं का अधिक मात्रा में सेवन भी नुकसान का कारण बन सकता है।

युवावस्था में एंटी एक्ने, एंटीबायोटिक और एंटीडिप्रेसेंट दवाओं की अधिक सेवन भी परेशानी करता है।

अनुवांशिक कारण भी हेअर लॉस की बड़ी वजह है।

पुरुषों में बाल झड़ने के कारण

पुरुषों में बाल झड़ने के कारण में 'ट्रैक्शन एलोपेसिया' यानी बालों पर अधिक दबाव प्रमुख वजह बनता है। इसमें हेलमेट, ओवरहेड ईयरफोन का अधिक इस्तेमाल जैसी बातें शामिल हैं। बालों को कस कर बांधने जैसी हेयर स्टाइल भी नुकसान का कारण हो सकती है। अमेरिकन हेयर लॉस एसोसिएशन के मुताबिक 85 फीसद पुरुष बाल झड़ने की समस्या झेल रहे हैं। 21 वर्ष से कम आयु वालों की संख्या 25 प्रतिशत है।

पुरुषों में बाल झड़ने के कारण में पढ़ाई और प्रतिस्पर्धा का बढ़ता दबाव भी अहम कारण है। यह बालों की सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। अत्यधिक तनाव से बाल झड़ने लगते हैं।

महिलाओं में बाल झड़ने के कारण

महिलाओं में बाल झड़ने के कारण में एक वजह हेयर स्टाइलिंग टूल का उपयोग ज्यादा करना है। यह बालों की जड़ों के लिए हानिकारक होता है।

कम उम्र से ही हेअर कलर यूज़ करना, बार-बार रंग बदलना और ब्लीचिंग जैसी बातें बालों की दुश्मन है। यह भी महिलाओं में बाल झड़ने का कारण है।

जहां तक संभव हो ऐसा करने से बचें। रंगों का उपयोग करना आवश्यक हो तो सीमित मात्रा में करें।

महिलाओ में ट्रिचोटिलोमेनिया डिसऑर्डर की स्थिति भी हेयर फॉल की वजह बनती है। इसमें स्कैल्प पर गंजेपन के पैचेस उभरने लगते हैं।

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बाल झड़ने के उपचार

महिलाओं में बाल झड़ने के उपाय खोजना है तो सबसे पहले पोनीटेल जैसी हेयर स्टाइल न अपनाएं। ऐसी स्टाइल से दूरी बनाएं, जिसमें बालों को कसकर बांधने की जरूरत होती है। ऐसी स्टाइलिंग से बचें

महिलाओं में बाल झड़ने के उपाय के लिए एंटीफंगल दवाओं और शेंपू का इस्तेमाल करें।

हेयर ट्रीटमेंट जैसे कामों से दूरी बनाएं। कैमिकल का उपयोग बालों को नुकसान पहुंचाता है।

स्ट्रैस से बचें। बालों को सीधी धूप से बचाकर रखें। पौष्टिक आहार और पर्याप्त नींद लें।

बाल झड़ने की दवा के तौर पर विटामिन डी, आयरन, जिंक और प्रोटीन बेस्ड डाइट महत्वपूर्ण है। ऐसी डाइट का सेवन करें। बाल झड़ने से रोकने की दवा लेने के साथ ही, ये भी जरूरी है कि शरीर में विटामिन ए, सी और ई की कमी न होने दें। फॉलिक एसिड का स्तर भी पर्याप्त मात्रा में बनाए रखें।

बाल किस कमी से झड़ते हैं, इस विषय पर आपको विस्तार से जानकारी देने की कोशिश की। संभव है कि कोई सवाल अब भी आपके मन में हो। इसलिए हम आग्रह करते हैं कि बालों को झड़ने से रोकने की दवाओं में मिनोक्सिडिल, फिनास्टाराइड, स्पिरोनोलैक्टोन और डूटास्टरराइड जैसी दवाएं प्रमुख हैं। इन दवाओं को लेने से पहले कुशल चिकित्सक / अनुभवी डॉक्टर्स से परामर्श अवश्य करें।