सांडे का तेल, क्या यह काम भी करता है ? उपयोग, लाभ झूठ

सांडे का तेल, क्या यह काम भी करता है? : इसके उपयोग, लाभ और अफवाह
सेक्स स्टेमिना को बूस्ट करने के लिए सदियों से दवाओं का इस्तेमाल हो रहा है। सांडे का तेल भी इनमें से एक है। सांडा यूं तो रेगिस्तान में रहने वाला छिपकली प्रजाति का जीव है, जिसके शरीर में पाई जाने वाली तैलीय ग्रंथी से निकाले जाना वाला तेल ‘मर्दानगी की दवा' माना जाता है। हालांकि हम यहां पर जीव हिंसा पर आधारित तेल की बात नहीं कर रहे हैं। हम आयुर्वेद सिद्धान्त द्वारा बनाए जाने वाले तेल की जानकारी दे रहे हैं। संयोग से इसे भी 'सांडे के तेल' के नाम से ही जाना जाता है। ये जीव हिंसा से नहीं बल्कि जड़ी-बूटियों से बना तेल है।
सांडा तेल क्या है
सांडे का तेल कोई एक पदार्थ नहीं है। दरअसल ये आधा दर्जन से अधिक आयुर्वेदिक सामग्रियो से बनकर तैयार हुआ तेल है। जड़ी-बूटियों से बने इस सांडे के तेल का फायदा, पुरुष यौन समस्याओं पर प्रभावी माना जाता है। खास तौर पर शीघ्रपतन और स्तंभन दोष के लिए। आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियों का उल्लेख आता है, जो सेक्स संबंधी समस्याओं में अचूक असर छोड़ने वाली है। ऐसी ही जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कर सांडे का तेल बनाया जाता है। इसमें तिल का तेल, शतावरी, धतूरे का अर्क, अश्वगंधा, मखमली बीन, लौंग का तेल और काले जीरे का तेल प्रमुख तत्व है।
क्या सांडे का तेल प्रभावी है
सांडे का तेल कितना प्रभावी है, इसको लेकर कोई मेडिकल रिसर्च या तथ्य तो मौजूद नहीं है। बावजूद इसके माना जाता है कि सांडे का तेल यौन समस्याओं पर असरकारी है। आमतौर पर पुरुषों में शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, वीर्य की गुणवत्ता में कमी, प्रजनन क्षमता में कमजोरी और स्टैमिना की कमी जैसी समस्याएं आम हैं। सांडे के तेल का फायदा - लौंग का तेल और धतूरे का अर्क होने से परेशानियों से निजात दिलाने वाला माना जाता है।
जब आप अपने लिंग पर सांडे का तेल लगाते हैं तो क्या होता है
यौन क्रिया शुरु होने से करीबन आधा घंटा पहले सांडे का तेल लगाना होता है। इसका इस्तेमाल लिंग पर किया जाता है। सांडे के तेल की मालिश से लिंग की कमजोर नसों को ताकत मिलती है। तेल में प्रयुक्त आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां रक्त प्रवाह को बढ़ाती है, जिससे कसावट आती है। यौन संबंध स्थापित करने में ज्यादा सहायता मिलती है।
सांडा तेल उपयोग और लाभ
लंबे समय से सेक्स रोगियों के लिए सांडे का तेल आकर्षण का केंद्र रहा है। माना जाता है कि सांडे के तेल के फायदे में यौनेच्छा की कमी, जल्दी झड़ जाने, नपुंसकता जैसी समस्याओं को दूर करना है। कुछ और मामलों में भी इसे फायदेमंद माना जाता है।
- कमजोर नसों को मजबूती देकर सक्रिय करना
- शीघ्रपतन समस्या का निदान
- लिंग का पर्याप्त विकास
- सेक्स परफॉर्मेन्स में सुधार

क्या सांडा तेल इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है
सेक्स परफॉर्मेंस को इम्प्रूव के लिए सांडे के तेल का उपयोग चलन में है। ये कितना असरकारी है, इसको लेकर फिलहाल तो कोई मेडिकल तथ्य सामने नहीं है। अलबत्ता आयुर्वेद के ग्रंथों में अश्वगंधा, शतावर, लौंग का तेल, धतूरे के अर्क सहित अन्य जड़ी-बूटियों को बेहतर रक्त प्रवाह, हार्मोन्स की गड़बड़ी, कमजोरी दूर करने के लिए प्रभावी माना गया है। सांडे के तेल का उपयोग करने वालों की मानें तो वो इसे इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित मानते हैं।
हालांकि सांडे के तेल के नुकसान की बात करें, तो अगर आपकी स्किन संवेदनशील है, तो संभव है कि तेल लगाने से एलर्जी या जलन महसूस हो। खुजली होना, लाल चकते उभरना, सूजन आना, जैसी परेशानी भी सांडे के तेल के नुकसान के तौर पर देखे जाते हैं। हालांकि ये संभावना उन लोगों को अधिक हो सकती है, जिन्हें एलर्जी की समस्या होती है।
समग्र जानकारी हासिल करने के बाद सांडे के तेल का उपयोग करें या नहीं, इसको लेकर दुविधा है, तो ऐसे में विशेषज्ञों से परामर्श करना ही बेहतर होगा।
वैसे भी सेक्स संबंधी समस्याओं के निदान के लिए डॉक्टर्स की सलाह लेना उचित और आवश्यक होता है। एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद ही दवा / तेल इस्तेमाल करें।