नाइट फॉल के नुकसान, लक्षण और स्वप्नदोष की रामबाण दवा

disadvantages of night fall

रात का समां...सो रहा जहां...मन में उमंगों का सैलाब जवां..ऐसे माहौल में रंगीन सपनों का आना..और इसी बेखयाली में वीर्यपात हो जाना..कुल जमा चंद शब्दों में यही है - 'स्वप्नदोष यानि नाइट फॉल'। पुरुषों में स्वप्नदोष के लक्षण का दिखाई देना एक आम बात है, लेकिन सामाजिक परंपराएं और नजरिया इसे खास समस्या मानता है। ऐसे में युवाओं का भ्रमित होना स्वाभाविक है।

सवाल उठता है कि नाइट फॉल के नुकसान का सटीक आकलन क्या किया जाए? अक्सर भ्रांति भय का कारण बन जाती है। इसलिए भय को भगाएं और वैज्ञानिक सोच का दामन थामने के लिए विशेषज्ञों से संपर्क करें।

स्वप्नदोष क्यों होता है?

स्वप्नदोष को समझने के लिए शरीर विज्ञान का सहारा लेना आवश्यक है। अक्सर नाइट फॉल की स्थिति 13 से 17 वर्ष के किशोरों में देखने को अधिक मिलती है। स्वप्नदोष के लक्षण की शुरुआत यहीं से होती है। दरअसल इसकी वजह यौनांगों का विकसित होना और टेस्टास्टेरोन (पुरुष हार्मोन) का उत्पादन शुरू होना है। जब वीर्य अधिक मात्रा में प्रोड्यूस होता है तो वह 'बाहर निकलने' के रास्ते भी तलाशता है। ऐसे में अगर 'हस्तमैथुन या संभोग' का सहारा न मिले तो फिर इसका अंतिम विकल्प 'स्वप्नदोष' ही रह जाता है। स्वप्नदोष कितनी उम्र तक होता है - जैसे सवालों का जवाब यही है कि स्वप्नदोष युवाओं के साथ ही बड़ी उम्र (40 तक) के पुरुषों में भी देखने को मिलता है।

स्वप्नदोष के लक्षण क्या होते हैं?

स्वप्नदोष के लक्षण की पहचान के लिए सेक्स की अवधारणा को समझना जरूरी है। सेक्स का संबंध तन के पहले मन से जुड़ा हुआ है। विचारों से ही काम भावनाएं भड़कती हैं, जो देह के माध्यम से व्यक्त होती है। जागृत अवस्था मेंं कामुक चिंतन होना, नींद में फैंटेसी को आकार देता है। 'स्वप्नदोष काल्पनिक अवस्था का वास्तविक (वीर्यपात) रूप है'। चूंकि यह नींद में घटने वाली घटना है इसलिए स्वप्नदोष कितनी उम्र तक होता है को समझने के लिए मनोभावना की भूमिका अहम हो जाती है।

स्वप्नदोष के फायदे और नुकसान

स्वप्नदोष के फायदे और नुकसान की बात करें तो मिली-जुली स्थिति नजर आती है। वैसे तो स्वप्नदोष कोई चिंताजनक विषय नहीं है, बशर्ते यह अधिक बार न हो। नाइट फॉल का लगातार होना, लंबे समय में स्वास्थ्यगत  परेशानियों का कारण बन सकता है। नाइट फॉल के नुकसान में घुटनों में दर्द, अनिंद्रा, याददाश्त में कमीं, शुक्राणुओं की संख्या में कमीं, कामुक विचारों की अधिकता, हार्मोन्स में भी बाधा, थकावट, अंडकोष में दर्द और कब्ज़ जैसी बातें शामिल हैं। वहीं, नाइट फॉल के फायदे में वीर्य निकलने से स्ट्रैस से मुक्ति और प्रोस्टेट संबंधी परेशानियों में कमीं जैसी संभावनाएं प्रमुख हैं। साथ ही ये यौनांगों के स्वस्थ होने का भी सूचक है। बावजूद इसके अगर तकलीफ का अनुभव हो तो घबराइए नहीं, नाइट फॉल के नुकसान को दवाओं के माध्यम से नियंत्रित करना संभव है। स्वप्नदोष के फायदे और नुकसान को समझने के लिए समग्रता से विचार करना आवश्यक है।

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स्वप्नदोष का उपचार

स्वप्नदोष का उपचार करने के लिए वैसे तो कई सारे विकल्प मौजूद हैं। इसमें आयुर्वेदिक से लेकर एलोपैथी दवाएं सभी शामिल हैं। लेकिन हम आपको यहां पर कुछ घरेलू उपचार बता रहे है, जो किफायती और प्रभावी हैं।

अनार : अनार ब्लड सर्कुलेशन के लिए बेहतरीन होता है। इसमें मौजूद 'एंटीऑक्सीडेंट' तत्व उत्तेजना को सक्रिय और नियंत्रित करता है। अनार का जूस और फल स्वप्नदोष की समस्या को कंट्रोल करता है।

लहसुन : कच्चे लहसुन का उपयोग फायदेमंद है। ये वीर्य के अनचाहे पतन को रोकता है। इसमें मौजूद 'एलिसिन' बेहतर ब्लड सर्कुलेशन कर यौनांग को मजबूती देता है।

प्याज : प्याज का रस और शहद का मिश्रण भी स्वप्नदोष के लिए कारगर दवा है।

दही -  दही स्वप्नदोष की रामबाण दवा है।

आंवला : आंवला पाउडर और फलों का जूस किसी भी तरह से लिया जाए, ये स्वप्नदोष को समाप्त करता है।

इसी तरह से बादाम का दूध, दूध-केले और मेथी के बीजों का प्रयोग भी स्वप्नदोष की प्राकृतिक दवाएं हैं। नाइट फॉल की अंग्रेजी दवा भी उपलब्ध हैं। इसके लिए आपको चिकित्सकीय विशेषज्ञों / सेक्सोलॉजिस्टl से संपर्क करना होगा।